"इंग्लिश अब हिन्दी में " के माध्यम से एक यही प्रयास है जो की एक किताब है जिसमे इसी तरह के कुछ मनोवैज्ञानिक प्रयोगों का वर्णन किया गया है और इस ब्लॉग पर मैं ऐसे ही मनोवैज्ञानिक सवालो का इंतजार कर रहा हूँ जो की इस अभियान को आगे बड़ा सके जिससे, वैश्विक स्तर की भाषा इंग्लिश को और भी सरल बनाया जा सके .........
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